भारतीय टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले दूसरे टेस्ट मैच एजबेस्टन में नहीं खेलेंगे। यह मुकाबला 2 जुलाई से शुरू होना है, लेकिन बुमराह को इस मैच से बाहर रखा गया है। इसका कारण कोई नई चोट नहीं, बल्कि वर्कलोड मैनेजमेंट है।

क्यों लिया गया यह फैसला?
बुमराह ने पहले टेस्ट में हेडिंग्ले में कुल 44 ओवर डाले, जो किसी भी तेज गेंदबाज के लिए काफी ज्यादा है। चूंकि वे हाल ही में एक लंबी चोट के बाद मैदान पर लौटे हैं, इसलिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पहले से ही एक योजना बनाई थी कि उन्हें कुछ मैचों में आराम दिया जाएगा। यही वजह है कि उन्हें दूसरे टेस्ट से आराम दिया गया है ताकि वे फिटनेस बनाए रख सकें।
तीसरे टेस्ट में वापसी की उम्मीद
टीम मैनेजमेंट की योजना के अनुसार, बुमराह को सिर्फ एक टेस्ट से आराम दिया गया है। उन्हें 10 जुलाई से शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट में लॉर्ड्स में वापसी करने की उम्मीद है। इससे साफ है कि यह फैसला उनके दीर्घकालिक करियर और फिटनेस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ना कि किसी तात्कालिक चोट के कारण।
भारत के लिए यह कितनी बड़ी चिंता?
बुमराह की गैरहाजिरी भारत के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि वे पहले टेस्ट में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज रहे। उनकी तेज गेंदबाजी और सटीक लाइन-लेंथ ने इंग्लिश बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। उनकी जगह अब तेज गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी मोहम्मद सिराज के कंधों पर होगी, जो खुद एक शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
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निष्कर्ष
जसप्रीत बुमराह का दूसरे टेस्ट से बाहर होना भले ही भारत के लिए चिंता का विषय हो, लेकिन यह एक सोची-समझी रणनीति है। लंबे समय तक फिट रखने के लिए इस तरह का रोटेशन सिस्टम जरूरी हो गया है, खासकर तेज गेंदबाजों के लिए। फैंस अब तीसरे टेस्ट में उनकी जोरदार वापसी का इंतजार कर रहे हैं।